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जनवरी, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

राम मंदिर : राम मंदिर एक विवादित इतिहास।

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  Ram mandir : A controversial history:– जय श्री राम मित्रों – मित्रों जहां आज पूरा भारत राम में हुआ है। सभी लोगों की जुबान पर जय श्री राम का नाम है आज भारत में रामलाल की स्थापना हो चुकी है राम दल आज 492 साल बाद अपने नित्य धाम जन्मभूमि वापस आ चुके हैं आज पूरे भारत में हर्षोल्लास का दिन है। दोस्तों जहां आज हम आप इस विशेष उत्सव का आनंद उठा पा रहे हैं वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने राम मंदिर के लिए अपनी बलिदानी दे दी लेकिन उन्हें आज राम जी के दर्शन पाने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ तो चलिए दोस्तों जानते हैं राम मंदिर के इतिहास के बारे में आखिर वह कौन लोग थे जिन्होंने भगवान राम के लिए अपनी बलिदानी दी। राम मंदिर का इतिहास (history of Ram mandir):– दोस्तों जैसा कि हम लोग जानते हैं की प्रभु श्री राम जी का त्रेता युग में ही जन्म हुआ था । प्रभु श्री राम जी ने अपने अच्छे कर्मों और कर्तव्य पथ का अनुसरण करते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम बने। दोस्तों श्री राम जी ने अयोध्या पर 11000 वर्षों तक शासन किया प्रोग्राम जब उनके जीवन अवधि खत्म हुई और वह सर को चले गए उसके बाद उनके पुत्र लव और कुश ने राजगद्दी ...

प्रेमचंद : हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की संघर्ष भरी कहानी।।

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प्रेमचंद का जीवन परिचय :– प्रेमचंद का जन्म वाराणसी जिले के लम्हे ग्राम में 31 जुलाई 1880 ई को हुआ था। अपने B.A. तक शिक्षा प्राप्त की। प्रेमचंद का बचपन कठिनाइयों में  व्यतीत हुआ। जीवन की विषम परिस्थितियों में भी उनका अध्ययन – क्रम चलता रहा । उन्होंने उर्दू का भी विशेष ज्ञान प्राप्त किया । जीवन संघर्ष में जूझते हुए वह एक स्कूल अध्यापक से सब इंस्पेक्टर के पद पर पहुंचे। हुए कुछ समय तक काशी विद्यापीठ में अध्यापक भी रहे। उन्होंने कई साहित्यिक पत्रों का भी संपादन किया। जिसमे ‘हंस’ प्रमुख था । आत्म गौरव के साथ  उन्होंने साहित्य के उच्च आदर्शों की रक्षा की। उनका बचपन का नाम ‘धनपतराय’ था किंतु उर्दू में वह ‘नवाबराय’ लिखते थे वह उर्दू में नवाब राय के नाम से कहानी भी लिखते थे। वह अंग्रेजी सरकार के को भजन भी रहे। उन्होंने प्रेमचंद नाम से हिंदी में सामाजिक कहानियों की रचना की तथा शीघ्र ही लोकप्रिय कथाकार हो गए हिंदी पत्र पत्रिकाओं में उनकी रचनाओं का अधिक महत्व दिया। उपन्यासकार कहानीकार संपादक अनुवादक नाटक का निबंध लेखन आदि के रूप में प्रेमचंद प्रतिष्ठित हुए। उनके कृत में जीवन सत्य का आदर्श...

भारतेंदु हरिश्चंद्र: जानिए भारतेंदु हरिश्चंद्र जी की संघर्ष भरी कहानी।

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  भारतेंदु हरिश्चंद्र :–  जानिए भारतेंदु हरिश्चंद्र जी की संघर्ष भरी कहानी।। :–  भारतेंदु हरिश्चंद्र जी।           आधुनिक हिंदी साहित्य के जन्मदाता भारतेंदु हरिश्चंद्र इतिहास के प्रसिद्ध सेठ अमीच चंद्र के प्रपौत्र गोपाल चंद्र गिरधर दास के ज्येष्ठ पुत्र थे। इनका जन्म 9 सितंबर 1850 ई को काशी में हुआ था मात्र 5 वर्ष की अवस्था में माता पार्वती देवी तथा 10 वर्ष की अवस्था में पिता गोपाल चंद्र के सुख से यह वंचित हो गए अर्थात इनकी बाल्यावस्था में ही उनके सर से माता-पिता दोनों का ही साया उठ गया। मोहन बीवी का इन पर विशेष प्रेम न होने के कारण उनके पालन पोषण का भर कालिकदामा दी और तिलकधारी नौकर पर था। पिता की असामयिक मृत्यु के बाद क्वींस कॉलेज वाराणसी में तीन चार वर्ष तक अध्ययन किया उसे समय काशी के रसों में केवल राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद ही अंग्रेजी पढ़े लिखे थे। इसलिए भारतेंदु जी अंग्रेजी पढ़ने के लिए उनके पास जाया करते थे और उन्हें गुरु तुल्य मानते थे। कॉलेज छोड़ने के बाद इन्होंने स्वाध्याय द्वारा हिंदी संस्कृत और अंग्रेजी के अतिरिक्त मराठी गुजराती बांग्ला ...

महाराणा प्रताप

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  महाराणा प्रताप :– महाराणा प्रताप का वो सच जो आपसे सभी से छुपाया गया ? जय श्री राम मित्रों :–मित्रों आप सभी ने महाराणा प्रताप जी का नाम तो कहीं ना कहीं सुना तो जरूर होगा लेकिन आपने कहीं हो सकता है की पढ़ा न हो क्योंकि हमारे syllabus में महाराणा प्रताप ही नहीं बल्कि कई ऐसे राजा महाराजा हैं जिनका इतिहास में कोई नाम निशान भी नही आया। लेकिन महाराणा प्रताप ऐसे राजा हुए जिनकी छबि हमसे  छुपाने से भी नही छुपी तो चलिए जानते हैं की कौन थे महाराणा प्रताप जिनसे पूरा हिंदुस्तान डरता था या यूं कहे की जो कोई भी हिंदुस्तान की तरफ आंख भी उठाता या हिंदुस्तान पर राज करने का सपना देखता तो वह 100 पर सोचता था।।  कौन थे महाराणा प्रताप  (Who was Maharana pratap) :–                                                महाराणा प्रताप एक ऐसे शक्तिशाली ,निडर  राजा थे जिनका जन्म एक ऐसे समय में हुआ था जिस समय पूरे भारत पर मुगलों का कब्जा था सिर्फ मेवाड़ ही एकमात्र ऐसा राज्य था ज...

भारत और मालदीव विवाद(battle beBharat and Maldives)

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 लक्षदीप:लक्षदीप की कुछ अनोखी जानकारियां,आखिर क्यों मोदी के लक्षद्वीप जाने से मालदीव को जलन हुई? भारत और मालदीव के बीच विवाद क्यों हुआ।(lakshdweep: wonderful information of lakshdweep.Why Modi ji went to Maldives? Why Maldives tease India?) Beauty of Lakshadweep  जय हिंद मित्रों–                        जैसा कि आप लोग जानते हैं कि बीते कुछ दिनों से भारत और मालदीव के संबंध थोड़े ज्यादा ही बिगड़ते जा रहे हैं। आखिर क्या वजह है जिसके कारण भारत और मालदीव के संबंध बिगड़ते जा रहे हैं ?क्या लक्षद्वीप ही असली कारण है भारत और मालदीव के संबंध को बिगाड़ने में या इसके पीछे कोई और राजनीतिक तथ्य है जिसके कारण भारत और मालदीव का संबंध टूटता जा रहा है? लिए कुछ ऐसे सवालों के जवाब ही हम आपके  सामने पेश करते हैं लेकिन उससे पहले हम जानते हैं की लक्षद्वीप क्या है? लक्षद्वीप (lakshadweep):–                                         ...

12th fail: जानिए 12th fail movie की सच्ची कहानी अतुल आर्यवर्ती की जुबानी।

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12th fail: जानिए 12th fail movie उनके किरदारों और movie के रियल हीरो और हीरोइन की सच्ची कहानी अतुल आर्यवर्ती की जुबानी।  IPS Manoj Sharma  IRS sharaddha joshi  नमस्कार मित्रों — 27 अक्टूबर  एक मूवी रिलीज होती है जो सभी civil services aspirants और किसी भी नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे यूवाओं को अपना दीवाना बना लेती है। यूं तो ये फिल्म दो लोगों के संघर्षों की कहानी बयां करती है, लेकिन एक और पहलू से देखा जाए तो ये मूवी न सिर्फ दो लोगों के संघर्षों की  कहानी को बयां करती है बल्कि ये मूवी दो लोगों के प्रेम और पढ़ाई के बीच सामंजस्य और ईमानदारी को भी बयां करती है 20 करोड़ की लागत से बनी इस फिल्म का नाम है 12th fail (12वी फेल) जो IPS Manoj sharma और IRS Shraddha joshi के संघर्षों और प्रेम और पढ़ाई के प्रति ईमानदारी को दर्शाती है। इस मूवी के डायरेक्टर Vidhu vinod Chopra और मुख्य कलाकार Vikrant Massey और Medha Shankar हैं। तो आइए अब हम जानते हैं जानते हैं IPS Manoj Sharma और उनकी पत्नी IRS Shraddha Joshi के संघर्ष भरे जीवन के बारे में। 1. IPS MANOJ KUMAR SHARMA:–  ...